मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के हैरिंग्टनगंज ब्लॉक में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत महाकुंभ के संदर्भ में की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए बेहद सौभाग्य की बात है कि इस बार 144 साल बाद महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, और इस अवसर पर दो दिन पहले यूपी सरकार की पूरी कैबिनेट ने महाकुंभ में स्नान करने का पुण्य प्राप्त किया। योगी ने कहा, "महाकुंभ में 10 करोड़ से ज्यादा लोग बिना किसी भेदभाव के स्नान कर रहे हैं, यह इस बात का प्रमाण है कि भारत में आस्था और धार्मिक विविधता को सम्मान दिया जाता है।"
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ के आयोजन को एक महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक घटना के रूप में प्रस्तुत किया और साथ ही यह भी कहा कि जब एक तरफ महाकुंभ में करोड़ों लोग श्रद्धा से स्नान कर रहे हैं, तो दूसरी ओर सपा के लोग महाकुंभ और राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का विरोध कर रहे थे।
योगी आदित्यनाथ ने यह आरोप भी लगाया कि ये वही लोग हैं जिन्होंने सरयू नदी के पानी को रामभक्तों के खून से लाल करने की कोशिश की थी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सपा जैसी परिवारवादी पार्टियां जातिवाद को बढ़ावा देती हैं और समाज को तोड़ने का काम करती हैं। इसके विपरीत, भाजपा सरकार में विकासवाद और राष्ट्रवाद की प्राथमिकता है, जिसमें समाज का हर वर्ग समाहित है और सभी के लिए समान अवसर हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में सपा सरकार के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कानून का शासन स्थापित किया गया है, जिसके तहत आम आदमी को सुरक्षा का अहसास हो रहा है। योगी ने कहा, "सपा के शासनकाल में बेटियां घर से बाहर नहीं निकल सकती थीं, व्यापारी डर के साए में रहते थे, और भूमाफिया आम नागरिकों की संपत्तियों पर कब्जा कर लेते थे। आज, माफियाओं को जेल में डाला जा रहा है, और अयोध्या में विकास का काम तेजी से चल रहा है।"
उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में अब जो बदलाव आ रहा है, वह समाजवादी पार्टी के समय में कभी संभव नहीं था। "सपा के शासन में राम की पैड़ी पर जल सड़ता रहता था, लेकिन अब लाखों लोग आकर वहां डुबकी लगाते हैं, अयोध्या को अपना पुराना गौरव मिल रहा है।"
योगी ने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार में धार्मिक आस्थाओं को सम्मान मिलता है, और वह हर कदम पर विकास के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री की इस जनसभा में प्रदेश सरकार के कई महत्वपूर्ण मंत्री भी मौजूद थे, जिनमें जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, चिकित्सा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, आयुष राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री सतीश शर्मा, खेल राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह शामिल थे। इन नेताओं ने भी मंच पर आकर मुख्यमंत्री के विचारों का समर्थन किया और प्रदेश की सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
इस जनसभा से पहले, 8 जनवरी को इसी स्थान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा का आयोजन प्रस्तावित था, लेकिन आचार संहिता लागू हो जाने के कारण उसे रद्द कर दिया गया था। भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर क्षेत्र में जबर्दस्त उत्साह है। इस जनसभा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित है।
इस जनसभा के माध्यम से भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में बड़ा संदेश जाएगा, जो उपचुनाव में पार्टी की जीत को सुनिश्चित करेगा।
जनसभा स्थल पर पुख्ता व्यवस्थाओं का ध्यान रखा गया था। सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने रैली स्थल का निरीक्षण किया और मंच की सजावट, पार्किंग, जलापूर्ति, हेलीपैड और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मंत्रियों ने यह सुनिश्चित किया कि सभी व्यवस्थाएं सही तरह से तैयार की जाएं, ताकि जनसभा को ऐतिहासिक और सफल बनाया जा सके।
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