अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को समाप्त करने की अपील की है। ट्रंप ने कहा कि पुतिन को अब समझौता करने की आवश्यकता है, और उन्हें इस जंग को खत्म करने के लिए कदम उठाना चाहिए। ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि वह पुतिन से जल्द ही मुलाकात करने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि युद्ध में हर दिन निर्दोष नागरिकों की मौत हो रही है, और यह स्थिति बहुत ही दर्दनाक और अस्वीकार्य है।
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने पुतिन को युद्ध समाप्त करने की सलाह दी है। इससे पहले भी उन्होंने रूस के राष्ट्रपति से आग्रह किया था कि वह यूक्रेन के खिलाफ 'बेवकूफी भरी जंग' को रोकें, अन्यथा रूस को अमेरिका और अन्य देशों से और भी कड़े प्रतिबंधों और उच्च टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप ने यह बयान 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर दिया।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मुझे लगता है कि पुतिन को अब समझौता करना चाहिए।" जब उनसे पूछा गया कि क्या रूस पर लगाए गए प्रतिबंध पुतिन को बातचीत करने के लिए मजबूर करेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया, "मुझे नहीं पता, लेकिन मुझे लगता है कि रूस को समझौता करना चाहिए। यदि पुतिन मुझसे मिलना चाहते हैं, तो हम जल्द ही मिल सकते हैं। युद्ध के मैदान पर सैनिक रोज़ मारे जा रहे हैं, और यह कोई सामान्य युद्ध नहीं है।"
ट्रंप ने इस युद्ध को 'हास्यास्पद' बताते हुए कहा, "दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ऐसा कोई युद्धक्षेत्र नहीं देखा गया। मैं वह तस्वीरें देख चुका हूं, जिन्हें आप नहीं देखना चाहेंगे। हर दिन इतनी बड़ी संख्या में सैनिक मारे जा रहे हैं, जैसा हमने दशकों में कभी नहीं देखा।
इस युद्ध को समाप्त करने के लिए जल्द कदम उठाने चाहिए। यह युद्ध अब अस्वीकार्य हो चुका है।"
इसके अलावा, ट्रंप ने यह भी जानकारी दी कि रूस ने युद्ध के दौरान लगभग 8 लाख सैनिक खो दिए हैं, और यूक्रेन ने भी भारी नुकसान झेला है। उन्होंने कहा, "वोलोदिमिर जेलेंस्की (यूक्रेन के राष्ट्रपति) समझौता करने के लिए तैयार हैं। वह इस युद्ध को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने बहुत सारे सैनिक खो दिए हैं। रूस ने भी भारी नुकसान उठाया है और रूस ने लगभग 8 लाख सैनिक खो दिए हैं।"
ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही युद्धविराम समझौता नहीं हुआ, तो रूस पर और अधिक कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा, "अगर युद्ध जल्द समाप्त नहीं होता, तो रूस को अमेरिका और अन्य सहयोगी देशों से बेचे जाने वाले सामान पर अधिक टैक्स और प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। यह एक आखिरी विकल्प होगा, जिसे हमें उठाना पड़ेगा।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान भी यह वादा किया था कि यदि वह सत्ता में आएंगे, तो वह इस युद्ध को समाप्त करने के लिए काम करेंगे। ट्रंप ने कहा था, "यदि मैं राष्ट्रपति बना, तो मैं इस युद्ध को समाप्त करूंगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यूक्रेन और रूस के बीच एक स्थायी और शांतिपूर्ण समझौता हो।"
इस तरह, ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए अपनी सख्त नीति का संकेत दिया और यह भी जाहिर किया कि वह पुतिन से जल्द ही मुलाकात करने के लिए तैयार हैं, ताकि इस विनाशकारी युद्ध को समाप्त किया जा सके। ट्रंप की यह पहल, उनके पहले के रुख के अनुरूप है, जिसमें उन्होंने हमेशा यह दावा किया है कि वह कूटनीतिक प्रयासों के जरिए युद्धों को समाप्त करने में सक्षम हैं।