मोकामा फायरिंग मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। आरोपी गैंगस्टर सोनू ने पंचमहला थाने में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस के पास इस घटना से जुड़े तीन एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें से एक में सोनू को मुख्य आरोपी बनाया गया है। माना जा रहा है कि सोनू-मोनू गैंग के अन्य सदस्य भी जल्द ही सरेंडर कर सकते हैं। इस मामले में पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह और उनके समर्थकों को भी आरोपी बनाया गया है। सोनू के सरेंडर के बाद अनंत सिंह के खिलाफ पुलिस का दबाव और बढ़ने की संभावना है।
क्या है मोकामा फायरिंग मामला?
बिहार के मोकामा में बुधवार को अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच गोलीबारी हुई थी। इस घटना में 70-80 राउंड गोलियां चलीं, जिसमें अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। हालांकि, उनके एक समर्थक को गोली लगने से चोटें आईं। इस वारदात के बाद पुलिस ने अनंत सिंह और सोनू-मोनू को नामजद करते हुए तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थीं।
फायरिंग की यह घटना जलालपुर नौरंगा गांव में हुई, जो पंचमहला थाने से मात्र 500 मीटर की दूरी पर है। वहीं, डुमरा पंचायत के हेमजा गांव में भी गोलीबारी हुई, जो थाने से केवल एक किलोमीटर दूर है।
तीन FIR दर्ज, क्या है आरोप?
ग्रामीण एसपी बिक्रम सिहाग के मुताबिक, इस मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं:
ग्रामीण की शिकायत पर: सोनू-मोनू गैंग के खिलाफ।
सोनू-मोनू की मां उर्मिला देवी के बयान पर: पूर्व विधायक अनंत सिंह के खिलाफ।
पुलिस की तरफ से: पुलिस के काम में बाधा डालने और फायरिंग से जुड़े मामले पर। मोकामा में हुई इस गोलीबारी ने इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फायरिंग की घटना थाने के बेहद करीब हुई, लेकिन इतनी बड़ी वारदात को रोकने में पुलिस नाकाम रही।
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