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केजरीवाल ने 25,000 रुपये वाली जैकेट के आरोप पर दिया जवाब, कहा चांदनी चौक में मिलती है ढाई हजार में!

 31 Dec 2025

सर्दियों में मफलर पहनकर अक्सर चर्चा में रहने वाले आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल इस बार अपनी एक हरे रंग की जैकेट को लेकर विवादों में हैं। पिछले कुछ दिनों में केजरीवाल को कई बार इसी जैकेट में देखा गया, और उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने इस जैकेट को लेकर एक बड़ा दावा किया। प्रवेश वर्मा ने तंज करते हुए कहा कि यह जैकेट 25 हजार रुपए की है, जबकि केजरीवाल हमेशा खुद को एक साधारण और आम आदमी के रूप में पेश करते आए हैं। इस आरोप के बाद, अरविंद केजरीवाल ने खुद इस पर सफाई दी। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान जब उनसे इस जैकेट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसका जवाब बड़े आत्मविश्वास से दिया।


केजरीवाल ने कहा कि वह यह जैकेट चांदनी चौक में ढाई हजार रुपए में खरीदते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि "बीजेपी इस बात पर चुनाव लड़ रही है कि केजरीवाल की जैकेट 25 हजार की है। मुझे यह देखकर हैरानी होती है कि इन लोगों के पास मुद्दों पर बात करने के बजाय इस पर ध्यान जा रहा है। अगर किसी को इस जैकेट की जरूरत हो, तो मैं उन्हें चांदनी चौक में ढाई हजार की जैकेट दिला सकता हूं।" केजरीवाल ने यह भी कहा कि चुनावी अभियान में जनता को वास्तविक मुद्दों पर बात करनी चाहिए, न कि इस बात पर कि उनकी जैकेट कितनी महंगी है या उनके कपड़े कितने महंगे होते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि "यह मुद्दा नहीं है, असल मुद्दा यह है कि जनता के घर का खर्चा क्यों नहीं चल पा रहा, उनके बच्चों के लिए नौकरियां क्यों नहीं हैं, और दिल्ली के विकास के लिए क्या किया गया है।" उनका कहना था कि लोगों को इन छोटी बातों की चिंता नहीं है, बल्कि वे यह जानना चाहते हैं कि उनके लिए उनके नेताओं के पास क्या समाधान है।

वहीं, भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर भी उछाला। उन्होंने ट्विटर (अब एक्स) पर एक पोस्ट लिखते हुए लिखा, "मफलर को यमुना में बहा दिया, अब सर जी 25,000 का जैकेट पहनते हैं।" इस ट्वीट के साथ ही उन्होंने एक तस्वीर साझा की, जिसमें उन्होंने GANT ब्रांड की जैकेट की ऑनलाइन कीमत भी दिखाई। भाजपा के कई अन्य नेताओं और समर्थकों ने भी इस पोस्ट को साझा किया और केजरीवाल पर तंज कसा। अरविंद केजरीवाल की यह बात भी महत्वपूर्ण है कि उन्होंने हमेशा खुद को एक आम आदमी के रूप में पेश किया है। राजनीति में आने से पहले वे एक आईआरएस अधिकारी थे और उन्होंने साधारण जीवन जीने का वादा किया था। उनके कपड़े और पहनावे को लेकर हमेशा चर्चा होती रही है। दिल्ली में मुख्यमंत्री के रूप में रहते हुए भी उन्होंने कभी भव्यता का प्रदर्शन नहीं किया और हमेशा खुद को एक साधारण व्यक्ति के रूप में दिखाया। 

यही वजह है कि इस तरह के आरोपों और तंजों का जवाब देते हुए उन्होंने अपनी सादगी की ओर इशारा किया। इस पूरे मामले में एक बात और निकलकर सामने आई है कि केजरीवाल और उनकी पार्टी हमेशा से अपने मुद्दों पर जोर देती रही है, चाहे वह शिक्षा का मामला हो या फिर स्वास्थ्य का। हालांकि, विपक्ष इस तरह की छोटी-छोटी बातें उठाकर उन्हें राजनीति से भटकाने की कोशिश करता है। इसके बावजूद, केजरीवाल और उनकी पार्टी का फोकस हमेशा जनता के असल मुद्दों पर रहा है, जो वे दिल्ली में लगातार उठाते रहे हैं। अरविंद केजरीवाल की यह प्रतिक्रिया भी दर्शाती है कि वे चुनावी प्रचार को मुद्दों पर केंद्रित करने के पक्षधर हैं और इसके बजाय व्यक्तिगत हमलों या प्रतीकात्मक चीजों पर ध्यान नहीं देना चाहते। उनके लिए यह महत्वपूर्ण है कि उनके द्वारा किए गए कार्य और योजनाएं लोगों के जीवन में सुधार लाएं, न कि उनकी पहनावे या व्यक्तित्व पर हो रही बहस।

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