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Delhi Poll: ‘AAP के ‘कार्यकर्ताओं’ को निशाना बना रही Delhi पुलिस’- संजय सिंह, चुनाव आयोग पर भी उठाए सवाल

 31 Dec 2025

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के घरों पर बिना किसी नोटिस या एफआईआर के छापेमारी की जा रही है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने इस आरोप की पुष्टि करते हुए कहा कि भाजपा और पुलिस की मिलीभगत से यह छापेमारी की जा रही है। संजय सिंह ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के उन आरोपों का समर्थन किया, जिनमें उन्होंने भाजपा पर अराजक गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ आरोप नहीं हैं। हम यह देख रहे हैं कि पुलिस रात के समय, करीब 10 बजे, हमारे कार्यकर्ताओं के घरों पर छापेमारी कर रही है। इस तरह की कार्रवाई का कोई आधार नहीं है। क्या पुलिस को बिना नोटिस, समन या एफआईआर के किसी के घर में घुसकर छापेमारी करने का अधिकार है?"


 संजय सिंह ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर भी कड़ा सवाल उठाया। उनका कहना था कि चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जबकि यह सब उनके सामने हो रहा है। उन्होंने बताया कि आप पार्टी ने आयोग से समय मांगा था, लेकिन तीन दिन बीतने के बावजूद आयोग ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने चुनाव आयोग से पूछा, "अगर कोई शिकायत करता है, तो उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? शुरुआत में कुछ मामलों में जरूर कार्रवाई हुई थी, लेकिन अब कुछ नहीं हो रहा है। क्या ये चुनाव निष्पक्ष हो सकते हैं, जब चुनाव आयोग इस तरह से आंखें मूंदे बैठा है?"

 इसके बाद, एक दिन पहले यानी बुधवार को, दिल्ली की मुख्यमंत्री और आप नेता आतिशी ने दिल्ली चुनाव अधिकारी को एक पत्र भेजकर आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई शिकायतों को दबाने का प्रयास कर रही है। आतिशी ने बताया कि 21 और 22 जनवरी को भाजपा कार्यकर्ताओं ने आप कार्यकर्ताओं को कथित तौर पर धमकाया था, और पुलिस अब इन शिकायतों पर कार्रवाई करने के बजाय, मामले को बंद करने का दबाव बना रही है। पत्र में, आतिशी ने इन आरोपों के बारे में विस्तार से लिखा और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। आतिशी ने अपने पत्र में यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने आप कार्यकर्ताओं पर दबाव डालने की कोशिश की, ताकि वे झूठे बयान दे सकें, जिसमें कहा गया कि कोई हिंसा या धमकी नहीं दी गई थी। 

आतिशी ने दावा किया, "हमारे वॉलंटियर्स, जिन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से धमकियां प्राप्त की थीं, अब पुलिस अधिकारियों द्वारा संपर्क किए जा रहे हैं। इलाके के एसएचओ धर्मवीर, इंस्पेक्टर सुशीला शर्मा और कांस्टेबल जय भगवान हमारे वॉलंटियर्स से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें झूठे बयान दर्ज करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। वे उन्हें केस बंद करने के लिए राजी करने की कोशिश कर रहे हैं।" यह पूरी स्थिति दिल्ली में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक माहौल को और भी गर्मा देती है, और इससे यह सवाल भी उठता है कि क्या दिल्ली पुलिस और भाजपा की यह मिलीभगत चुनावों को प्रभावित कर सकती है। साथ ही, चुनाव आयोग की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठने लगे हैं कि वह चुनावों के दौरान निष्पक्षता और स्वतंत्रता को बनाए रखने में सफल रहेगा या नहीं।

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