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"विकसित भारत के लिए एकजुट हों": PM मोदी ने दी नेताजी की आजाद हिंद फौज से प्रेरणा

 31 Dec 2025

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उनकी 'आजाद हिंद फौज' से प्रेरणा लेते हुए देशवासियों से 'विकसित भारत' के निर्माण के लिए एकजुट होने की अपील की। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा के कटक स्थित बाराबती किले में आयोजित पराक्रम दिवस समारोह को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने ओडिया भाषा में अपना संबोधन शुरू करते हुए तीन दिवसीय पराक्रम दिवस समारोह के आयोजन के लिए ओडिशा की जनता और राज्य सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा, "आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के पावन अवसर पर पूरा देश उन्हें श्रद्धा के साथ याद कर रहा है। मैं नेताजी सुभाष बाबू को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस वर्ष पराक्रम दिवस का भव्य समारोह उनकी जन्मस्थली पर हो रहा है, इसके लिए ओडिशा के लोगों और सरकार को बधाई।"


नेताजी की धरोहर को सहेजने का प्रयास


प्रधानमंत्री ने कटक में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने बताया कि नेताजी के जीवन से जुड़ी एक बड़ी प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें उनकी धरोहर, जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित चित्र, और उनसे संबंधित किताबों का संग्रह शामिल है। चित्रकारों ने नेताजी के जीवन के दृश्यों को कैनवास पर उकेरा है, जिससे उनकी कहानी और संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। 

पीएम मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नेताजी, जो सिविल सेवा परीक्षा पास कर चुके थे और एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखते थे, एक आरामदायक जीवन जी सकते थे। लेकिन उन्होंने देश की आजादी के लिए कठिनाइयों और चुनौतियों को चुना। पीएम ने कहा, "नेताजी का जीवन हमें निरंतर प्रेरणा देता है। उनका सबसे बड़ा उद्देश्य आजाद भारत था। हमें भी उनके आदर्शों पर चलते हुए एक विकसित भारत के निर्माण के लिए काम करना चाहिए।"

'आजाद हिंद फौज' से प्रेरणा लेकर विकसित भारत का आह्वान


प्रधानमंत्री ने 'आजाद हिंद फौज' का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे विभिन्न पृष्ठभूमि के लोग स्वतंत्रता संग्राम के लिए एकजुट हुए थे, वैसे ही आज नागरिकों को भारत के विकास और प्रगति के लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा, "स्वराज के लिए उन्हें एकजुट होना पड़ा, और आज हमें विकसित भारत के लिए एकजुट होना है।" पराक्रम दिवस 2025 का आयोजन 23 से 25 जनवरी तक ओडिशा के कटक में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्मस्थली पर किया जाएगा। तीन दिवसीय समारोह में मूर्तिकला कार्यशालाएं, चित्रकला प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी, जो ओडिशा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करेंगी। नेताजी के जीवन और उनकी विरासत का सम्मान करते हुए उनके जीवन पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।

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