Article

अयोध्या में ज़मीन घोटाला ! अखिलेश यादव ने बीजेपी पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप

 10 Jul 2024

समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भ्रष्टाचार का बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। बुधवार को उन्होंने कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगियों, उद्योगपतियों ने अयोध्या में कौड़ियों के भाव जमीनें ख़रीदी हैं। यह जमीनें मुख्य तौर पर राममंदिर बनने के बाद, विकास के नाम पर ख़रीदी गयीं हैं। जमीनें खरीदने वाले लोग अयोध्या से बाहर के है। भाजपा के राज में पिछले सात सालों से अयोध्या में जमीनों का सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है। बीजेपी के जानकारों ने सस्ते दरों पर जमीनें ख़रीद कर, स्थानीय लोगों के साथ एक आर्थिक अपराध किया है। अखिलेश यादव ने इस पूरे षड़यंत्र को अरबों रूपये के भूमि घोटाले से जोड़ा है।


गौरतलब है कि अखिलेश यादव ने यह आरोप अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के आधार पर लगाया है। अखबार ने यह रिपोर्ट मंगलवार को प्रमुखता के साथ छापी है।


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट से क्या निकल कर आया

इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट के मुताबिक बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले (19 नवंबर 2019) के बाद और मार्च 2024 के बीच अयोध्या और उसके आस-पास के क्षेत्रों में भूमि लेनदेन के मामलों में 30 फ़ीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। जमीनें खरीदने वालों में से कई लोग राजनीतिक पार्टियों से जुड़े नेताओं और सरकारी अधिकारियों से किसी न किसी तरीके से जुड़े हुए हैं। अडानी समूह की कंपनी होमक्वेस्ट इंफ्रास्पेस ने नवंबर और दिसंबर, 2023 के बीच राममंदिर परिसर से 6 किमी. दूर 3.55 करोड़ रूपये की ज़मीन ख़रीदी है। महाराष्ट्र के मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के बेटे अभिनंदन लोढ़ा ने अपनी रियल स्टेट कंपनी एचओएबीएल के नाम से 105 करोड़ रूपये की ज़मीन ख़रीदी है। कंपनी ने यह ज़मीन जून 2023 और मार्च 2024 के बीच ख़रीदी है। अभिनंदन के दादा गुमानमल लोढ़ा राममंदिर आंदोलन में सबसे अगुआ लोगों में शामिल थे।

अरुणाचल प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता चाउना मीन के बेटों चाउ कान सेंग मीन और आदित्य मीन ने सितंबर 2022 और सितंबर 2023 के बीच में अयोध्या की सरयू नदी के पार 3.72 करोड़ रुपयों की ज़मीन ख़रीदी है। यह जमीन राममंदिर से 8 किमी. दूर महेशपुर में है। 25 अप्रैल 2023 को आदित्य ने लाभ के साथ 3.99 हेक्टेयर ज़मीन में से 0.768 हेक्टेयर की ज़मीन 98 लाख़ रूपये में बेच दी। आदित्य ने कहा कि उन्होंने अयोध्या में ज़मीन पर्यटन विकास के लिए ख़रीदी है। अयोध्या में वे एक होटल बनायेंगे।

उत्तर प्रदेश पुलिस के एसटीएफ प्रमुख़ और अतिरिक्त डीजीपी अमिताभ यश की माँ गीता ने 4.04 करोड़ रूपये में 9.955 हेक्टेयर ज़मीन ख़रीदी है। अयोध्या में गीता सिंह की जमीनें मंदिर से आठ और तेरह किमी. दूर हैं। गीता ने 0.505 हेक्टेयर ज़मीन लाभ के साथ 20.40 लाख़ रूपये में बेची भी है।

जिन सरकारी अधिकारियों ने जमीनें ख़रीदी हैं, उनमें शामिल हैं - उत्तर प्रदेश गृह विभाग के सचिव संजीव गुप्ता की पत्नी चेतना गुप्ता, उत्तर प्रदेश विभाग के संयुक्त निदेशक अरविन्द कुमार पांडे और उनकी पत्नी ममता पांडे (अरविंद पांडे भ्रष्टाचार के कारण निलंबित चल रहे हैं), अलीगढ़ के अतिरिक्त एसपी पलाश बंसल के पिता देशराज बंसल, अमेठी के एसपी अनूप कुमार सिंह के रिश्तेदार, उत्तरा प्रदेश के पूर्व डीजीपी यशपाल सिंह, हरियाणा योग आयोग के अध्यक्ष जयदीप आर्य, भाजपा विधायक अजय सिंह के भाई कृष्ण कुमार सिंह, भाजपा नेता विजय लक्ष्मी जयसवाल के परिवार के लोग, भाजपा से अमेठी जिला पंचायत चेयरमैन राजेश अग्रहरि, बीएसपी के पूर्व विधायक जीतेन्द्र कुमार उर्फ़ बब्लू भैया के भाई समेत कई अन्य राजनेताओं के नाम शामिल हैं।

इनके अलावा रियल स्टेट के कई दिग्गजों सहित उद्योगपतियों ने अयोध्या में जमीनें ख़रीदी हैं। ग़ौरतलब है इनमें से अधिकतर लोगों के बीजेपी के साथ सीधे या अन्य तरीके से संबंध हैं।



ज़मीने ख़रीदे जाने के बाद भी रेट नहीं बढ़े


इस समय अयोध्या और इसके आस-पास के क्षेत्रों में ज़मीने ख़रीदने के लिए कारोबारियों की लहर आ रखी है, लेकिन अभी तक जमीनों का सर्किल रेट तक नहीं बढ़ा है। जमीनों का सर्किल रेट जिला प्रशासन तय करता है। सर्किल रेट के तहत जिला प्रशासन के अंतर्गत आने वाली जमीनों के दामों का आकलन किया जाता है। इस संबंध में अयोध्या के कुछ किसानों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की हुई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जमीनों के सर्किल रेट न बढ़ने की वज़ह से उनको अपनी जमीनों का उचित मुआवज़ा नहीं मिला है।

दूसरी तरफ़ आरोप है कि जिन लोगों ने हाल ही में जमीने ख़रीदी हैं, वे किसानों से पुराने सर्किल रेट से ज़्यादा पैसे देकर ज़मीन ख़रीद रहे हैं, और कागज़ों में मौजूदा रेट के हिसाब से रजिस्ट्री करवा रहे हैं।