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केजरीवाल आरोपी नंबर 37 और आम आदमी पार्टी आरोपी नंबर 38- ईडी चार्जशीट

 10 Jul 2024

कथित शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) ने इस मामले को लेकर निचली अदालत में एक चार्जशीट दाखिल की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईडी ने केजरीवाल को आरोपी नंबर 37 और आम आदमी पार्टी को आरोपी नंबर 38 बनाया है। चार्जशीट में कहा गया है कि केजरीवाल इस मामले में असली साजिशकर्ता है और उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी थी।




ईडी ने चार्जशीट में क्या कहा


चार्जशीट में ईडी ने कहा है कि आम आदमी पार्टी ने कथित शराब घोटाले से मिले 100 करोड़ की रिश्वत में से 45 करोड़ हवाला के जरिए गोवा के विधानसभा के चुनाव में प्रयोग किये। ईडी ने कहा कि गोवा चुनाव में उपयोग हुए हवाला के पैसे की जानकारी केजरीवाल को थी और वह खुद भी इसमें शामिल थे। ईडी ने केजरीवाल और आरोपी विनोद चौहान की व्हाट्सएप चैट की भी पूरी जानकारी दी। आरोप है कि बीआरएस नेता के.कविता ने अपने पीए विनोद के जरिए गोवा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 25 करोड़ रुपए पहुंचाये थे। ईडी ने चार्जशीट में कहा है कि व्हाट्सएप चैट से पता चलता है कि केजरीवाल के विनोद के साथ अच्छे संबंध थे।

ईडी ने इस चार्जशीट में प्रोसीड ऑफ क्राइम के बारे में भी बताया है। इसमें कहा गया कि आरोपी विनोद चौहान के फोन से नोट के नंबर के काफी सारे स्क्रीन शॉट बरामद हुए हैं। इन्हें इनकम टैक्स ने भी पहले बरामद किया था। यह सभी स्क्रीन शॉट इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि कैसे विनोद चौहान ने प्रोसीड ऑफ क्राइम से मिली हुई रकम को दिल्ली से गोवा हवाला के जरिए ट्रांसफर किया और इन पैसों का इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया गया। ईडी ने कहा कि जो भी पैसे गोवा पहुंचे थे वहां पर इसका मैनेजमेंट चनप्रीत सिंह नाम का व्यक्ति कर रहा था। ईडी ने दावा किया कि हवाला के जरिए जो पैसे गोवा पहुंचे उन्हें लेकर विनोद चौहान और अभिषेक बॉन पिल्लई के बीच में जो बातचीत हुई उसके सबूत भी उसके पास मौजूद हैं।

ईडी की चार्जशीट के अनुसार विजय नायर की भी शराब नीति बनाने में अहम भूमिका थी। वह अरविंद केजरीवाल का काफी करीबी माना जाता है। वह केजरीवाल के इशारे पर ही काम कर रहा था। ईडी ने बताया कि जब इस केस से जुड़े अन्य आरोपी समीर महेंदू से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि विजय नायर ने उससे कहा था कि शराब नीति के पीछे पूरा खेल सीएम अरविंद केजरीवाल का ही है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक हैं और इसलिए पूरी जिम्मेदारी उन्हीं की है।