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लोकसभा में उठी चमार रेजीमेंट बहाल की माँग, क्या है इसका इतिहास
18 Dec 2025
लोकसभा में भारतीय सेना में चमार रेजिमेंट की मांग उठी है। मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने भारतीय सेना में ‘चमार रेजीमेंट’ की मांग उठाई है। चंद्रशेखर ने दलितों की बात करते हुए कहा, “यह देश हमारा भी है, बावजूद इसके यहाँ घोड़ी पर बैठने पर दूल्हा की हत्या कर दी जाती हैं।” उन्होंने कहा कि अग्निवीर योजना को ख़त्म कर देना चाहिए और भारतीय सेना में ‘चमार रेजिमेंट’ फिर से की जानी चाहिए।

जाति आधारित अन्य रेजिमेंट
- राजपूत रेजिमेंट जिसकी शुरुआत 1778 में बंगाल नेटिव इन्फेंट्री की 24वीं रेजिमेंट के गठन के साथ हुई थी। रेजिमेंट की पहली बटालियन का गठन 1798 में हुआ था। इस रेजिमेंट में राजपूत, गुर्जर और मुस्लिम को शामिल किया जाता है।
- राजपूताना रेजिमेंट या राजपूताना राइफल्स की स्थापना 1775 में की गई थी, जब तात्कालिक ईस्ट इंडिया कम्पनी ने राजपूत लड़ाकों की क्षमता को देखते हुए उन्हें अपने मिशन में भर्ती कर लिया। यह भारतीय सेना का सबसे पुराना राइफल रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट में राजपूत और जाट को बराबर हिस्सों में बांटा जाता है। लेकिन कुछ यूनिट में अहीर, गुर्जर और मुसलमानों को भी शामिल किया गया है।
- महार रेजिमेंट की स्थापना ब्रिटिश इंडियन आर्मी ने 1815 में की थी। इस रेजिमेंट में महाराष्ट्र और कर्नाटक के महार जाति के लोगों को शामिल किया गया था। लेकिन वर्तमान में इस रेजिमेंट में मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और बिहार की कई जातियों को भी शामिल किया जाता है।
- डोगरा रेजिमेंट भारतीय सेना का एक डोगरा पहाड़ी इलाकों के लोगों का सैन्य-दल है। डोगरा रेजिमेंट का मुख्यालय फैजाबाद उत्तर प्रदेश में स्थित है। इसमें मुख्यत हिमाचल, जम्मू और पंजाब के लोग भर्ती किया जाता है। इस रेजिमेंट की स्थापना 1877 में हुई।
- जाट रेजिमेंट की स्थापना ब्रिटिश इंडियन आर्मी द्वारा 1795 में की गई। इस रेजिमेंट ने 1839 से 1947 तक लगभग 19 युद्ध जीते। आज़ादी के बाद भी पांच युद्ध लड़े और जीते।

जाति के आधार पर बनी किसी रेजिमेंट में जाति के आधार पर रिक्रूटमेंट होता तो है, हालांकि ऐसा भी नहीं है कि किसी विशेष जाति के लोग ही एक जाति की रेजिमेंट में भर्ती हो सकते हैं। दरअसल इन रेजिमेंट में कई जाति के लोगों को भी शामिल किया जाता है। जैसे देखा जाए तो राजपूताना राइफल्स में राजपूत के अलावा जाट भी शामिल हो सकते हैं उसी तरह जाट रेजिमेंट में जाट के अलावा अन्य समाज के लोग भी हो सकते हैं। हालांकि भारतीय सेना की दो रेजिमेंट सिख रेजिमेंट और गोरखा रेजिमेंट में सिर्फ विशेष जाति को ही भर्ती किया जाता है।