
‘लव जिहाद’ के नाम पर साजिश: UP ATS ने खोला छांगुर बाबा के गिरोह का राज
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (UP ATS) ने धर्मांतरण रैकेट के एक बड़े मास्टरमाइंड छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन के खतरनाक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। जांच में सामने आया है कि छांगुर एक संगठित गिरोह चला रहा था, जो ‘लव जिहाद’ के ज़रिए सुनियोजित धर्मांतरण करवा रहा था। इस रैकेट में कई युवकों को शामिल किया गया था, जिनका चयन उनकी हैंडसम पर्सनालिटी और बोलचाल के तरीक़े के आधार पर किया जाता था।
छांगुर बाबा की महंगी लाइफस्टाइल
UP ATS की रिपोर्ट के अनुसार, ये युवक पहले हिंदू लड़कियों को महंगी चीज़ें और लग्जरी लाइफस्टाइल की आदत डालते थे। उन्हें भावनात्मक रूप से अपने जाल में फंसाकर परिवार से अलग कर देते थे, और फिर धीरे-धीरे धर्मांतरण के लिए दबाव बनाते थे। यह सिलसिला कई महीनों तक गुपचुप चलता था।
ईडी की कार्रवाई: बलरामपुर से मुंबई तक रेड
इस खुलासे के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार सुबह ईडी ने बलरामपुर के 12 और मुंबई के 2 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस छापेमारी में हवाला लेन-देन, अवैध फंडिंग और बैंक खातों के दुरुपयोग की जांच की जा रही है। ईडी को शक है कि धर्मांतरण के इस रैकेट को विदेशों से फंडिंग मिल रही थी। ईडी ने मुंबई के बांद्रा ईस्ट में कनकिया पेरिस की 20वीं मंजिल पर स्थित एफ विंग और माहिम वेस्ट में रिजवी हाइट्स (एलजे रोड, पीतांबर लेन) के फ्लैट नंबर 502 पर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, बांद्रा स्थित आवास पर आरोपी शहजाद शेख से पूछताछ की गई है। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी नवीन के खाते से शहजाद शेख के खाते में लगभग दो करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।
छांगुर के साथ जुड़ी महिला मित्र नीतू उर्फ नसरीन के बैंक खातों की भी ईडी बारीकी से जांच कर रही है। इनमें बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई, एचडीएफसी, बैंक ऑफ बड़ौदा, पेटीएम बैंक और ICICI बैंक शामिल हैं। ईडी को शक है कि इन खातों का उपयोग धर्मांतरण फंडिंग, हवाला ट्रांजेक्शन और अन्य आर्थिक गतिविधियों के लिए किया गया है।
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