
देश को सम्मान 75 साल की विदेश नीति से मिला, न कि सिर्फ पीएम मोदी से – कांग्रेस का कटाक्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद गुरुवार को त्रिनिदाद और टोबैगो की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में कदम रखा। पियार्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री का स्वागत त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने किया। यह दौरा वर्ष 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस कैरेबियाई देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। पीएम मोदी के सम्मान में आयोजित भव्य स्वागत समारोह में 4,000 से अधिक प्रवासी भारतीयों और गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में रह रहे भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, “भारत जल्द ही विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे मिशन देश के विकास के नए इंजन बन रहे हैं। नया भारत अपने लक्ष्यों को लेकर पहले से कहीं ज्यादा आत्मविश्वासी है।"
उन्होंने कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो में बसे भारतीयों ने भले ही भौगोलिक दूरी को पार कर लिया हो, लेकिन अपनी संस्कृति, आत्मा और पहचान को कभी नहीं छोड़ा।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा पर विपक्ष ने भी निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने तंज कसते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी उन देशों की सूची लेकर निकले हैं जहां पिछले 50 सालों में कोई भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया, और अब उन्हें 'मास्टरस्ट्रोक' बताया जा रहा है।"
खेड़ा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री को मिलने वाला अंतरराष्ट्रीय सम्मान दरअसल देश की सात दशकों की लोकतांत्रिक और कूटनीतिक उपलब्धियों का परिणाम है, न कि किसी एक व्यक्ति की वजह से। उन्होंने कहा, “देश को जो सम्मान मिल रहा है, वह हमारे ऐतिहासिक रिश्तों और बहुपक्षीय प्रयासों का नतीजा है, न कि केवल पीएम मोदी का करिश्मा। प्रधानमंत्री देश नहीं हैं।"
For all the political updates download our Molitics App :
Click here to Download