
ओडिशा के गंजाम जिले में दो दलित युवकों के साथ हुई अमानवीय हरकत ने देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। घटना पर सियासत भी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मामले में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर हमला बोला और कहा कि "देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।"
ओडिशा में दो दलित युवकों को घुटनों पर चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने पर मजबूर करना सिर्फ़ अमानवीय नहीं, बल्कि मनुवादी सोच की बर्बरता है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 23, 2025
ये घटना उन लोगों के लिए आईना है जो कहते हैं कि जाति अब मुद्दा नहीं रही।
दलितों की गरिमा को रौंदने वाली हर घटना, बाबा साहेब के संविधान पर…
यह घटना ओडिशा के गंजाम जिले के धराकोट ब्लॉक के सिंगीपुर गांव की है। पीड़ित बुलु नायक और बबुला नायक नाम के दो दलित युवक हरिपुर गांव से तीन गाय खरीदकर अपनी बेटी की शादी के लिए लौट रहे थे। रास्ते में खारीगुम्मा गांव के कुछ लोगों ने उन्हें पशु तस्कर समझकर रोक लिया। पहले युवकों से पैसे मांगे गए, जब उन्होंने इनकार किया तो बेहरमी से पीटा गया, फिर उन्हें जबरन सैलून ले जाकर आधा सिर मुंडवाया गया, उसके बाद उन्हें घुटनों के बल करीब 2 किलोमीटर तक चलने को मजबूर किया गया और अंत में घास खिलाई गई और नाले का गंदा पानी पीने पर मजबूर किया गया।