कनाडा में खालिस्तानी प्रदर्शन पर हरदीप पुरी का हमला, कहा- 'किराए के टट्टू, इन्हें गंभीरता से न लें'
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कनाडा में आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन से पहले खालिस्तानी समर्थकों के प्रदर्शन पर कड़ा रुख अपनाते हुए तीखा हमला बोला। उन्होंने इन प्रदर्शनकारियों को "किराए के टट्टू" करार दिया और कहा कि इन्हें गंभीरता से लेने की आवश्यकता नहीं है। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान पुरी ने कहा, "इनका एक और वीडियो कल वायरल हुआ है। ये लोग पड़ोसी देश (पाकिस्तान) से फंडिंग लेते हैं। जब उन्हें फंडिंग नहीं मिली, तो वे उसी के खिलाफ हो गए। ये किराए के टट्टू किसी भी तरह की वैधता के योग्य नहीं हैं।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16-17 जून को कनाडा के कनानास्किस में जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं। यह उनकी छठी लगातार G-7 भागीदारी होगी। सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम मोदी को कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने आमंत्रित किया है।
इस सम्मेलन को लेकर पीएम मोदी ने कहा, "यह शिखर सम्मेलन वैश्विक मुद्दों और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं पर चर्चा का अवसर प्रदान करेगा। मैं सहयोगी देशों के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के लिए उत्सुक हूं।"
जी-7 शिखर सम्मेलन के बाद, प्रधानमंत्री मोदी 18 जून को क्रोएशिया की ऐतिहासिक यात्रा करेंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा होगी। इस दौरान वे क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलानोविच और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेनकोविच से मुलाकात करेंगे। यात्रा के दौरान भारत और क्रोएशिया के बीच सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा होगी।
पीएम मोदी ने अपनी इस यात्रा को विशेष बताते हुए कहा, "यह यात्रा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़ करेगी और आपसी सहयोग के नए क्षेत्रों की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगी।"
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह तीन देशों की यात्रा भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान के प्रति अंतरराष्ट्रीय समर्थन के लिए आभार व्यक्त करने और वैश्विक स्तर पर आतंकवाद से निपटने की बेहतर समझ विकसित करने का अवसर है। उन्होंने आगे कहा कि भारत इस यात्रा के दौरान अपने सभी साझेदार देशों के साथ व्यापक सहयोग बढ़ाने और पारस्परिक विश्वास को मजबूत करने का प्रयास करेगा।
इसके अतिरिक्त, जी-7 शिखर सम्मेलन में पर्यावरणीय चुनौतियों, सतत विकास, और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा होने की संभावना है।