गौरव गोगोई की पत्नी के पाकिस्तान से संबंध? असम CM सरमा का कांग्रेस नेता पर गंभीर आरोप
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने एक बार फिर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। सरमा का दावा है कि एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान और वहां की सेना से "करीबी संबंध" रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोलबर्न ने अब तक 19 बार पाकिस्तान की यात्रा की है और इस दौरान पाकिस्तानी सेना के अधिकारी उनके साथ मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोलबर्न ने पाकिस्तान में नौकरी की और बाद में एक गैर-सरकारी संगठन के लिए दिल्ली में काम किया, लेकिन उन्हें वेतन पाकिस्तान से मिलता रहा। उन्होंने दावा किया कि गोगोई भी व्यक्तिगत दौरे पर पाकिस्तान गए थे और वहां 15 दिन तक ठहरे थे, जबकि उनकी पत्नी सात दिन बाद लौट आई थीं। सरमा ने पूछा, “गौरव गोगोई को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्होंने पाकिस्तान में 15 दिनों तक क्या किया? क्या उन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तानी सेना की मदद की?”
सीएम सरमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पाकिस्तान गए थे, तो वह एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जबकि गोगोई की यात्रा निजी थी। "अगर गोगोई किसी आधिकारिक मिशन के तहत गए होते, तो कोई सवाल नहीं उठता। लेकिन हमें जानना है कि उनकी यात्रा का निमंत्रण किसने दिया और वहां उनकी मेज़बानी किसने की?" सरमा ने कहा।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि एसआईटी (विशेष जांच दल) ने पाकिस्तानी नागरिक अली तौकीर शेख और भारत में उसके सहयोगियों के बीच संबंधों की जांच पूरी कर ली है। उन्होंने कहा, "हमारे पास यह प्रमाण हैं कि गोगोई वाघा-अटारी सीमा के रास्ते पाकिस्तान गए थे, लेकिन हमें कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए थोड़ा और समय चाहिए।"
सरमा ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान यात्रा के बाद गोगोई 90 युवाओं को दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास भी ले गए थे, जिनमें से कई ने बाद में दावा किया कि उन्हें इसकी पूर्व जानकारी नहीं थी। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यह प्रयास युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने के लिए किया गया था।
उन्होंने यह भी दावा किया कि गोगोई के परिवार में केवल वही भारतीय नागरिक हैं, जबकि उनके बच्चों ने भारतीय नागरिकता छोड़ दी है। सरमा ने कहा, “जैसे ही हमारे पास दस्तावेज़ी साक्ष्य होंगे, हम इसे प्रधानमंत्री कार्यालय के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। चूंकि यह मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है, इसे केंद्रीय एजेंसियों को सौंपा जाना चाहिए।”
मुख्यमंत्री के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि यह सब केवल राजनीति है और उनके परिवार को निशाना बनाना सरासर गलत है। उन्होंने कहा, “हम बेरोजगारी, स्कूलों में किताबों की कमी और बच्चों की तस्करी जैसे असल मुद्दों पर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।”
गोगोई ने यह भी सवाल उठाया कि अगर SIT की जांच रिपोर्ट तैयार है, तो उसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? उन्होंने मांग की कि जांच के तथ्यों को जनता के सामने लाया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री ने असम की महिलाओं को लेकर विवादास्पद बयान दिया, उसी के बाद इस परिवार विवाद को फिर से उछाला गया।