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उदयपुर मर्डर केस: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आए कई चौकाने वाले तथ्य, राजस्थान सरकार ने किया मुआवज़े और नौकरी का वादा 

 09 Nov 2022

उदयपुर मर्डर केस का पूरा मामला 28 जून की दोपहर 3:30 के आसपास उदयपुर शहर के धानमंडी इलाके के भूत महल क्षेत्र में स्थित कन्हैयालाल दर्जी की दुकान पर अचानक हुई घटना से पूरा राजस्थान दहल जाता है। हुआ यूं कि 28 जून को कन्हैयालाल दर्जी अपने साथियों के साथ दुकान पर काम कर रहा था और दो मुस्लिम युवक कपड़े का नाप देने आए और नाप देते समय हथियार से कन्हैयालाल दर्जी पर हमला कर दिया। इस दौरान करीब 7 वार करने के बाद दर्जी की मौत हो गई। इस अचानक हुए हमले के दौरान बीच-बचाव करने आए साथी ईश्वर सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसे इलाज के लिए शहर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

 

कन्हैयालाल हत्या के कुछ देर बाद हिंदू संगठनों ने धानमंडी इलाके में विरोध शुरू कर दिया और मामले की गभीरता को देखते हुए प्रशासन ने शहर में इंटरनेट बंद कर दिया और सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया। इसके कुछ समय बाद हालात बिगड़ते देख सरकार ने पूरे राजस्थान में कर्फ्यू और धारा 144 लागू कर दी गई।

 

पूरा मामला नुपुर शर्मा के समर्थन से जुड़ा होने के बाद कन्हैयालाल की हत्या हुई है जोकि नुपुर शर्मा की एक पोस्ट कन्हैयालाल के 8 साल के बेटे ने शेयर की थी। इस घटना से जुड़े दोनों आरोपियों को देर शाम राजस्थान पुलिस ने राजसमंद जिले से गिरफ्तार कर लिया। राजस्थान सरकार ने मृतक कन्हैयालाल के परिजनों को 31 लाख रुपये मुआवजा और 2 सदस्यों को संविदा नौकरी देने का भी ऐलान किया है। 

 

गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश कहा कि इस हत्याकांड में किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय लिंक की गहन जांच की जाएगी।  कन्हैयालाल का शव निकलने के दौरान उसकी पत्नी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल दिखा। कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा कि "आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेंगे।"

 

राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने कहा कि UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की आतंकी हमला मानकर जांच जारी है। ट्रांस बॉर्डर कनेक्शन की जांच की जाएगी। एएसआई को सस्पेंड किया गया है।

 

कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में शव का पोस्टमॉर्टम उदयपुर के एमबी अस्पताल में किया गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि आरोपियों ने धारदार हथियारों से मृतक  पर 26 वार किए और उनके शरीर पर 13 कट किए गए जिसमें ज्यादातर कट गर्दन के आसपास हैं। वहीं आरोपियों ने गर्दन को शरीर से अलग करने की भी कोशिश की थी। 

 

अंतिम संस्कार को लेकर परिजनों और पुलिस प्रशासन में विवाद हुआ जोकि अशोक नगर श्मशान में संस्कार की मांग को लेकर था। जिसके बाद पुलिस ने अशोक नगर श्मशान घाट पर अंत्येष्टी की मंजूरी देते हुए मृतक का संस्कार करवाया गया। इस दौरान उदयपुर में कर्फ्यू और धारा 144 के बाद अंतिम शव यात्रा में भारी भीड़ जुटी।