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भारत-चीन सीमा विवाद पर ट्रंप की टिप्पणी, भारत ने दो टूक कहा- खुद सुलझाएंगे विवाद
31 Oct 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद को सुलझाने में मध्यस्थता की पेशकश की है। हालांकि, भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह अपने पड़ोसी देशों के साथ किसी भी मुद्दे को द्विपक्षीय वार्ता के जरिए ही हल करेगा और किसी तीसरे पक्ष की दखलअंदाजी स्वीकार नहीं करेगा।
ट्रंप की पेशकश और भारत का जवाब
व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मैं भारत पर नजर डाल रहा हूं, वहां सीमा पर हिंसक झड़पें हो रही हैं। यदि मैं किसी भी तरह से मदद कर सकता हूं, तो मुझे खुशी होगी, क्योंकि इस स्थिति को रोकना चाहिए।"
हालांकि, भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति की इस पेशकश को विनम्रता से ठुकरा दिया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत हमेशा अपने सभी विवादों को सीधे बातचीत के माध्यम से हल करने में विश्वास रखता है। उन्होंने कहा, "हमने हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय तरीके से समस्याओं का समाधान किया है और आगे भी यही नीति अपनाएंगे।"
अमेरिका-चीन संबंधों पर भी बोले ट्रंप
इसके अलावा, ट्रंप ने अमेरिका और चीन के संबंधों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे चीन के साथ बहुत अच्छे संबंध होंगे। मेरी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अच्छी बनती थी, जब तक कि कोविड नहीं आया... चीन दुनिया में एक बहुत महत्वपूर्ण देश है।"
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद दशकों पुराना है, जिसे लेकर कई बार तनाव बढ़ चुका है। साल 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के संबंध और अधिक तनावपूर्ण हो गए थे। कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ताओं के बावजूद यह विवाद पूरी तरह हल नहीं हो पाया है। भारत का हमेशा से यह रुख रहा है कि वह इस मुद्दे को शांतिपूर्ण वार्ता के जरिए हल करेगा और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेगा।
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