मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महाकुंभ पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक सुल्तान बेग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। भाजपा के जिला प्रतिनिधि वीरपाल सिंह ने बरेली के शेरगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि सुल्तान बेग ने महाकुंभ और सनातन धर्म से जुड़ी आस्थाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
वीरपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली कि सपा के पूर्व विधायक सुल्तान बेग ने महाकुंभ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणियां की हैं, जो सनातन धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली हैं। उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि महाकुंभ से जुड़ी आस्थाएं न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ऐसे में सुल्तान बेग द्वारा की गई टिप्पणी ने इन आस्थाओं को आहत किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में पूर्व विधायक सुल्तान बेग यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि "सरकार ने महाकुंभ का बहुत प्रचार किया और 40 करोड़ लोग आ रहे थे, लेकिन इन 40 करोड़ लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। लोग कहां सोएंगे, कहां खाएंगे, शौचालय का कोई इंतजाम नहीं था। महाकुंभ पूरी तरह से गंदगी से भरा हुआ था।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई सरकारों में कुंभ मेला हुआ, लेकिन किसी भी सरकार में वीवीआईपी व्यवस्था नहीं की गई थी।
बेग के अनुसार, “झूंसी में भगदड़ हुई थी और संगम में भी भगदड़ हुई थी, अब संत समाज नाराज है। कुंभ को श्मशान घाट बना दिया गया है।"
वीरपाल सिंह ने पुलिस को यह सबूत भी सौंपे हैं जिसमें पूर्व विधायक की पोस्ट का पेन ड्राइव में रिकॉर्ड शामिल था। इसके बाद पुलिस ने सुल्तान बेग के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इस मामले से पहले, 5 फरवरी को पूर्व विधायक ने पीडीए की सभा की योजना बनाई थी, लेकिन प्रशासन ने इसे अनुमति नहीं दी। सभा स्थल पर निर्धारित समय पर न तो सुल्तान बेग पहुंचे और न ही कोई कार्यकर्ता उपस्थित हुआ। थानाध्यक्ष आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि प्रशासन ने अनुमति न मिलने के कारण सभा को रोक दिया।
सुल्तान बेग ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने न तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कोई अभद्र टिप्पणी की है और न ही किसी अन्य नेता पर गलत शब्दों का प्रयोग किया है। उनका कहना था कि उन्होंने केवल यह कहा था कि भाजपा सरकार ने महाकुंभ को श्मशान बना दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से तूल दिया जा रहा है और यह मामला बिना वजह बढ़ा दिया गया है।
बेग का कहना था कि उनका उद्देश्य केवल महाकुंभ की व्यवस्थाओं में कमी को उजागर करना था, न कि किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना।
यह मामला राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है, और सुल्तान बेग के बयान के बाद विभिन्न दलों और नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद, अब यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।
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