महाराष्ट्र की राजनीति में एक और बड़ी हलचल मच सकती है। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (UBT) में भारी फूट के संकेत मिल रहे हैं। खबरों के मुताबिक, उद्धव गुट के कई विधायक, सांसद और पूर्व विधायक पार्टी छोड़कर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का दामन थाम सकते हैं। महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने इस दावे को और मजबूत करते हुए कहा कि कई नेता शिंदे से लगातार संपर्क में हैं और अगले तीन महीनों में 'ऑपरेशन टाइगर' पूरी तरह सफल होगा।
तीन महीने में उद्धव गुट से होगा बड़ा पलायन
उदय सामंत ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विकास कार्यों को देखकर कई नेताओं का झुकाव उनकी ओर बढ़ा है। उन्होंने दावा किया कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के मौजूदा और पूर्व विधायक जल्द ही पाला बदल सकते हैं। सामंत के मुताबिक, अगले तीन महीने में ठाकरे गुट के कई नेता शिंदे खेमे में शामिल हो सकते हैं, जिससे महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।
"पहले कांग्रेस अपना हाल देखे" – उदय सामंत
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने विपक्ष पर भी हमला बोला। जब उनसे पूछा गया कि क्या एकनाथ शिंदे सरकार से नाराज चल रहे हैं, तो उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें इस पर विश्लेषण करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग खुद मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे थे, उन्हें पहले अपने हालात पर ध्यान देना चाहिए।
उदय सामंत ने लाडली बहन योजना को लेकर भी विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस योजना की आलोचना इसलिए कर रहा है क्योंकि यह जनता के बीच लोकप्रिय हो रही है। उन्होंने दावा किया कि इस योजना से जनता को सीधा लाभ मिल रहा है, लेकिन विपक्ष इसे पचा नहीं पा रहा और झूठे आरोप लगा रहा है। उदय सामंत के बयान से साफ है कि महाराष्ट्र की राजनीति में जल्द ही एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के विधायकों और सांसदों का पाला बदलना ठाकरे गुट के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। अब देखना यह होगा कि इस 'ऑपरेशन टाइगर' की सफलता कितनी बड़ी होती है और क्या उद्धव ठाकरे इस संकट का सामना कर पाएंगे?
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