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सावरकर के माफीनामें को लेकर दिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर मचा घमाशान
21 Nov 2022

स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बयान दिया और इस बयान को लेकर राजनीतिक दलों में तनातनी और वार-पलवार से होते हुए पुलिस केस तक की नौबत आ गई। FIR करने वाले शिवसेना के गुट एकनाथ शिंदे के नेता वंदना सुहास डोंगरे और कई नेताओं के नाम शामिल है और इन्होनें राहुल गांधी पर 18 नवंबर को IPC की धारा 500 और 501 के तहत FIR करवाई है।

कौन है सावरकर -
सावरकर का पूरा नाम विनायक दामोदर सावरकर है और इनका जन्म विनायक सावरकर का जन्म महाराष्ट्र में नासिक के निकट भागुर गाँव में 28 मई 1883 को हुआ था। वही भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, इतिहासकार, राष्ट्रवादी नेता उभर कर निकले और वीर सावरकर की निधन 26 फरवरी 1966 को हुआ था वहीं स्वातन्त्र्य वीर और वीर सावरकर के नाम से भी जाने जाते थे।

सावरकर का इतिहास -
नासिक जिले के कलेक्टर जैकसन की हत्या करने के ज़ुर्म में 7 अप्रैल, 1911 को काला पानी की सजा पर सेलुलर जेल भेजा गया। 1 जुलाई 1909 को मदनलाल ढींगरा ने विलियम हट कर्जन वायली को गोली मारी और 13 मई 1910 को पेरिस से लंदन आते समय पुलिस ने गिरफ़्तार कर 8 जुलाई 1910 को जहाज से भारत ले जाते हुए सीवर होल के रास्ते से फ़रार हो गए। 24 दिसम्बर 1910 को आजीवन कारावास की सजा और फिर 31 जनवरी 1911 को दोबारा से आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई।
इसी मामले में मोड़ तब आता है जब 1920 में वल्लभ भाई पटेल और बाल गंगाधर तिलक के कहने पर ब्रिटिश कानून ना तोड़ने और विद्रोह ना करने की शर्त पर रिहाई की जाती है। रिपोर्ट के अनुसार सावरकर ने अपनी जेल की सज़ा काम करवाने के लिए अंग्रेजों से दया की अपील करते हुए पत्र लिखें और फिर उस समय की सरकार ने पत्र को मंजूर करते हुए सज़ा से मुक्त कर दिया।

राहुल गांधी की प्रेस वार्ता -
राहुल गांधी ने अपनी पार्टी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कर रहे है ये यात्रा महाराष्ट्र के वाशिम जिले से गुजरी और एक रैली के संबोधन के वक्त सावरकर पर निशाना साधा और 17 नवंबर को सबूत के तौर पर विनायक सावरकर के माफीनामे की भी एक प्रति दिखाई। दौरान प्रति दिखाते हुए बताया कि "सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की। उन्होंने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा कि सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं। महात्मा गांधी और उस वक्त के नेताओं के साथ धोखा किया था।"

राजनीति में बदलाव -
वंदना सुहास डोंगरे - "राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी को बदनाम किया है और उनकी टिप्पणियों से स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।"
वही सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में इस मामले को लेकर अपनी FIR दर्ज़ करवाई और कहा कि "राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी का अपमान किया है इसलिए उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए।यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी और कांग्रेस ने सावरकर का अपमान किया है। पहले भी उन्होंने सावरकर का अपमान किया है।"

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा- "उनकी पार्टी सावरकर का बहुत सम्मान करती है। वह स्वतंत्रता सेनानी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी से सहमत नहीं हैं।" साथ ही बीजेपी से एक सवाल करते हुए पूछा कि "BJP ने अब तक 'सावरकर' को भारत रत्न क्यों नहीं दिया ?"
महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में भी ये मामला तूल पकड़ा और सीएम एकनाथ और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव रखा और बयान की निंदा की इसके अलावा सभी पार्टी मंत्रियों ने कहा कि "सावरकर का अपमान सहन बर्दाश्त किया जाएगा।”

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि "राहुल गांधी कभी हिंदु आतंकवाद की बात करते थे, कभी JNU में भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वालों के साथ खड़े नजर आते थे, अब वे वीर सावरकर पर सवाल उठा रहे हैं।"
वही कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा - "सावरकर के पोते राहुल जी के ख़िलाफ़ FIR करवा रहे हैं और गॉंधी जी के पोते राहुल जी का हाथ पकड़ के भारत जोड़ो यात्रा में साथ चल रहे हैं। आप तय करें, आप किस ओर हैं !"
सावरकर के माफीनामें पर दिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर घमाशान अपना असली रूप ले चूका है, सभी राजनीतिक दाल अपना अपना पक्ष रख रहे है।
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